Wednesday, January 31, 2024

पर्वत और चिड़िया का संवाद

हाँ हाँ मैं ही हूँ सबसे कठोर
और मैं ही सबसे शक्ति शाली
पर्वत हूँ मैं, इतनी ऊँचाई है मुझमें
बला बला बला... 

तभी उड़ी इक चिड़िया 
और सीधा जाकर बैठी
सबसे ऊँचे पर्वत की
सबसे ऊँची चोटी पर 
और गीत प्यार के गाने लगी
"हो पंख अगर तो 
क्या पर्वत क्या अंबर, सब नापे जा सकते है"

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