Thursday, December 12, 2024

अरे जनाब अब चाय पीजिए

हड़बड़ हड़बड उठिए और काम पे भागिये 
ध्यान को जरा ध्यान से काम पे लगाइए 
दिमाग, गर्म , टेंशन, तनाव चिंता फिक्र सब छोड़िए
मुस्कुराइए खुद से खुद में अरे जनाब अब चाय पीजिए

किसी से परेशान है तो उसे किनारे लगा दीजिए 
दिमाग को दिल के साथ लक्ष्य पर लगा दीजिए 
दिमाग गर्म टेंशन तनाव चिंता फिक्र सब छोड़िए 
मुस्कुराइए खुद से खुद में अरे जनाब अब चाय पीजिए

मत सोचिए इतना ,सोचिए पर दिल पर मत लगाइए
सोच को समझदारी के साथ अपने रास्तों पर लगा दीजिए 
दिमाग गर्म टेंशन तनाव चिंता फिक्र सब छोड़िए
मुस्कुराइए खुद से खुद में अरे जनाब अब चाय पीजिए

कप हो या कागज या कांच का गिलास उसे होठों से लगा लीजिए 
कुल्हड़ मे मिले तो मिट्टी में जीभ भी भिड़ा दीजिए
दिमाग गर्म टेंशन तनाव चिंता फिक्र सब छोड़िए 
मुस्कुराइए खुद से खुद में अरे जनाब अब चाय पीजिए 

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